ಶುಕ್ರವಾರ, ಮಾರ್ಚ್ 1, 2013

Konkani Saraswati Prabha

श्री वॆंकटरमण देवळ, मूडुबिदरॆ
मूडुवेणुपुर म्हणोव्नु घॆव्चॆ मूडबिदरॆ श्री वॆंकटरमण आनि श्री हनुमंत देवळांतु श्री काशीमठाचॆ श्रीमद् संयमींद्र तीर्थ स्वामॆं ता. ३१-१२-२०१२ दाकूनु ४-१०-२०१३ पर्यंत मॊक्का कॆल्लिलॆ. हे संदभारि मूल्कि मॊक्कां दाकूनु आय्यिलॆ स्वाम्यांक श्री हनुमंत देवळाचॆ लाग्गि दाकूनु सर्व बिरुदावळि समेत, वेदघोष, पूर्णकुंभ स्वागत कॆल्लॆ. प।पू। स्वाम्यानि देवाक भॆट्टूनु सभॆंतु आशीर्वचन दिल्लॆ. मागिरि प्रति दिवसु सक्काणिपूडॆ निर्माल्य पूजा, श्री हनुमंत देवाक प्रार्थन, पंचामृताभिषेक, सीयाळ अभिषेक, प।प। स्वाम्यांगॆलॆ अमृत हस्ता दाकूनु श्री हनुमंत देवाक शतकलशाभिषेक, श्री गुरुभिक्षा, भूरि समाराधन, श्री वॆंकटरमण देवाक पूजा, चल्लॆ. हुब्बळ्ळिचॆ डा॥ पवन भट् हांगॆल दाकूनु “भक्तप्रह्लाद  “आंजनेय महिमा हरिकथा कालक्षेप, “पवमान खात्तिरि धार्मिक उपन्यास चल्लॆ.  ता. ४-१-२०१३ दिवसु ऒंटिकट्टॆ प्रशांत वाटिकांतु चल्लॆलॆ श्री महाविष्णु यागाचॆ पूर्णाहुतिक प।पू। स्वाम्यानिं भेटि दिल्लि. सांज्वाळा श्रीमद् संयमींद्र तीर्थांक तांगॆलॆ मुखावैलॆ मॊक्कांक पॆटोव्नु दिल्लॆ. मागिरि कुमारि महालक्ष्मी शॆणै कार्कळ दाकूनु भजन् संध्या कार्यक्रम चल्लॆ. हे संदबारि देवळाचॆ आडळित मॊक्तेसर श्री जि.उमेश पै, खजांचि शिवानंद प्रभु, कौन्सिल् सदस्य ऎं. विठल प्रभु, ऎं. रामदास पै, इतर मॊक्तेसर समेत समाज बांधव व्हड संख्यारि उपस्थित आश्शिलॆ.
श्री शारदा पै कल्याण मंटप, चिक्कमगळूरु
श्री काशीमठाचॆ अधीन संस्थॆ जालीलॆ श्री शारदा पै कल्याण मंटपांतु श्री संस्थान काशीमठाधीश श्रीमत् सुधींद्र तीर्थ स्वाम्यांगॆलॆ पट्टशिष्य श्रीमद् संयमींद्र तीर्थ स्वामॆं ता. १९-०१-२०१३ दाकूनु २३-०१-२०१३ पर्यंत मॊक्का आश्शिलॆ.  १९-०१-२०१३क उप्पिनंगडि मॊक्कां दाकूनु आय्यिलॆ स्वाम्यांक हनुमंतप्प सर्कल्ला लाग्गि स्वागत कोर्नु पूर्णकुंभ बरोबरि आपोव्नु श्री शारदा पै कल्याण मंटपाक हाळ्ळॆ. मागिरि प्रति दिवसु सक्काणिपूडॆ निर्माल्य विसर्जन, भजन, महामंगळारति जाल्ल उपरांत संतर्पण, सांज्वाळ सांस्कृतिक कार्यक्रम, रात्तिक महामंगळारति जाल्ल उपरांत जवण, बीक्षा, पाद्यपूजा, प।पू। स्वाम्या दाकूनु फलमंत्राक्षत वितरण, आशीर्वचन इत्यादि कार्यक्रम चलेलॆ खब्बर मॆळ्ळा. हे वेळ्यारि श्री शारदा पै कल्याण मंटपाचॆ अध्यक्ष श्री जयंत् पै समेत समाजाचॆ गण्य, समाज बांधव व्हड संख्यारि उपस्थित आस्सुनु हरि-गुरु कृपेक पात्र जाल्लॆ.
आर्यप्रकाशन शिरसि
 शिर्शिचॆ आर्य प्रकाशन आनि कन्नड साहित्य परिषत्तु शिरसि हांगॆलॆ संयुक्त आश्रयारि श्री आर्.ऎं.शेट् (आर्यं) हांगॆलॆ ११चॆ साहित्य कृति शर्‍मिष्ठॆ म्हणचॆ कादंबरिचॆ लोकार्पण समारंभ दिनांक. ०७-०१-२०१३ दिवसु श्री केशवैन् सभाभवन, शिरसि हांगा चल्लॆ. उद्घाटक जाव्नु श्री आर्.डि.हॆगडॆ, आल्मनॆ, अध्यक्ष जाव्नु पत्रकर्त श्री ना.सु.भरतनहळ्ळि समारंभांतु उपस्थित आश्शिलॆ. हे समारंभाक सॊयरॆ जाव्नु लोकध्वनि पत्रिका संपादक श्री अशोक हास्यगार आनि श्री विश्वनाथ शर्मा, नाड्गुळि तान्नि आय्यिलॆ. कन्नड साहित्य परिषत्ताचॆ अध्यक्ष श्री कॆ. महेश तान्नि परिचय कोर्नु दिल्लॆ. कृति परिचय श्री राजीव अज्जीबळ तान्नि कॆलयारि श्री प्रकाश भागवत तान्नि निर्वहण कॆल्लॆ. श्री दत्तगुरु कंठि तान्नि आबार मान्चॆ बरशि  समारंभ समाप्त जाल्लॆ. हे समारंभांतु लेखक श्री आर्.ऎं. शेट्(आर्यं) तान्नि उपस्थित आश्शिलॆ.
 दैवज्ञ वाहिनि समावेश
हॊन्नावर ता॥ दैवज्ञवाहिनि आनि ता॥ मातृवाहिनिचॆ ६ंचॆ वार्षिक समावेश ०३-०२-२०१३ दिवसु कर्किचॆ ज्ञानेश्वरि सभाभवनांतु विजृंभणेरि चल्लॆ. ते दिवसु सक्काणि १०-३०क दैवज्ञ ब्राह्मण मठाधीश श्री श्री सच्चिदानंद ज्ञानेश्वर भारती महास्वाम्यांगॆलॆ दिव्य सानिध्यारि श्री सत्यनारायण महा पूजा, स्वाम्यांगॆलॆ पादपूजा आनि सभा कार्यक्रम चल्लॆ. बॆंगळूर्‍चॆ श्री गोविंदराव् कुर्डेकर्, माजि शासक गंगाधर ऎन्. भट्, आनि शिर्शि नगरसभा उपाध्यक्षॆ श्रीमति संध्या कुर्डेकर् हान्नि सॊयरॆ जाव्नु आय्यिलॆ. दैवज्ञ वाहिनि, मातृवाहिनिचॆ सदस्य च्हड संख्यारि उपस्थित आश्शिलॆ.

ಕಾಮೆಂಟ್‌ಗಳಿಲ್ಲ:

ಕಾಮೆಂಟ್‌‌ ಪೋಸ್ಟ್‌ ಮಾಡಿ