ಮಂಗಳವಾರ, ಡಿಸೆಂಬರ್ 25, 2012

तॆंबरॆ कॊंकणि अनुवाद लोकार्पण
साहिति, राजकारणि, केंद्रसचिव सन्मान्य डा. ऎं वीरप्प मॊयिलिन बरयिलॆ कन्नड कादंबरि तॆंबरॆ पुस्तकाचॆ कॊंकणि अनुवादित तॆंबरॆ कृतिचॆ लोकार्पण समारंभ ११-११-२०१२ तार्कॆर विश्व कॊंकणि केंद्रांतु भारी चंद रीतीरि चल्लॆ. केंद्र सरकार नैसर्गिक अनिल खातॆ सचिव आनि कादंबरिकार मानॆस्त डा. ऎं. वीरप्प मॊयिलिन तॆंबरॆ कॊंकणि अनुवाद कृति लोकार्पण कॆल्लॆं. डा. नरेंद्र रै देर्ल (मुख्यस्थ, कन्नड विभाग, डा. शिवराम कारंत पदवि कालेजु, बॆळ्ळारॆ) हान्नि समारंभाचॆ मुखेल सॊय्रॆ जावन भागि आशिलि. विश्व कॊंकणि केंद्राचॆ स्थापनाध्यक्ष, कॊंकणि सरदार बस्ति वामन शॆणै हांगॆलॆ अध्यक्षपणारि समारंभ चल्लॆ. विश्व कॊंकणि साहित्य अकाडॆमिचॆ चॆयर्‌म्यान मानॆस्त उदय ऎल् भॆंब्रॆ, विश्व कॊंकणि केंद्रद कार्‍यदर्शि मानॆस्त वॆंकटेश ऎन्. बाळिगा, विश्व कॊंकणि केंद्राचॆ खजांचि मानॆस्त कुड्पि जगदीश शॆणै, मानॆस्त रघुनाथ शेट्, इतर गण्य व्यकि उपस्थित आशिलॆ. ह्या संधर्भारि तॆंबरॆ कॊंकणिक अनुवाद कॆलॆलॆ मानॆस्त रमेश लाड हांका डा. ऎं. वीरप्प मॊयॊलिन सन्मान कॆलॆं. विश्व कॊंकणि केंद्राचॆ ट्रस्टि मानॆस्त नरेश आर् किणि हान्नि वंदनार्पण कॆलॆं.
विश्व कॊंकणि  अत्युत्तम पुस्तक पुरस्कार
श्रीमति विमला वि. पै विश्व कॊंकणि पुस्तक पुरस्कार -२०१२ क गॊंयचॆ ख्यात साहिति, मानॆस्त पुंडळीक ऎन. नायक हान्नि बरयिलॆ रंग काव्य नाटकाचॆ संकलन विंचुन आयला. प्रशस्ति रू. १.०० लाख बहुमान आनि मानपत्र जावनु आसा. तश्शीचि कॊंकणि भाषा चळवळिचॆ मुखेल, म्हाल्गडॆ कॊंकणि साहित्यकार, वाग्मि गॊंयचॆ मानॆस्त उदय ऎल्. भॆंब्रॆ हांका विश्व कॊंकणि जीवन साधन पुरस्काराक वॆंचिल्या.
ता. १२-१२-२०१२ मंगळूरांत चलचा प्रशस्ति प्रदान समारंभांत बॆंग्ळूरचा संस्कृत विश्व विद्यालयद कुलपति प्रॊ. मल्लेपुरं जि. वॆंकटेशर हान्नि  प्रशस्ति प्रदान करतात. प्रशस्तिचॆ दातृ मानॆस्त टि.वि.मोहनदास पै समारंभांत हाजर आसतलॆ.
मानॆस्त पुंडलीक ऎन. नायक  २००२-२००८ वरॆन गोवा कॊंकणि अकाडॆमिचॆ अध्यक्ष जावन आशिलॆ. तान्नि अनेक कॊंकणि नाटक, कादंबरि बरॊवन जनप्रिय जाल्याति. मानॆस्त पुंडलीक ऎन. नायक हान्नि बरयल्या कॊंकणि नाटक मॊर्नॊकॊट्टॊ आकाशवाणि आल् इंडिया  प्रशस्ति प्राप्त  जाल्या. चौरंग पुस्तकाक १९८४ इसविंत साहित्य अकाडॆमि प्रशस्ति पाप्त जाल्या.  हांका २०१० इसविंत कला अकाडॆमिचॆ जीवन साधना पुरस्कारय लाभल्या. रंग काव्य  कॊंकणि ५ नाटकाचॆ संकलन जावन व्यशिष्ट्यपूर्ण जावन आसा

श्री वॆंकटरमण मंदिर, हुब्बळ्ळि

हुब्बळ्ळिचॆ श्री काशीमठ वॆंकटरमण मंदिरांतु नवॆंबर् १८ दाकूनु २५ पर्यंत सक्काणिपूडॆ ५ गंट्याक जागरण पूजा आनि ता. २४-११-२०१२क कार्तिक एकादशि, सांज्वाळा ६ गंट्या दाकूनु अहोरात्रि भजना कार्यक्रम, ता. २५-११-२०१२ दिवसु उत्थान द्वादशि, तुळसि लग्न आनि श्री देवालॆ चातुर्मास मुक्ताय इत्यादि कार्यक्रम अपार समाज बांधव आनि हरि भक्तांगॆलॆ दिव्य उपस्थितीरि विजृंभणेरि चलेलॆ खब्बर मॆळ्ळा.
नृपतुंग गुडॆचॆ माकशि बगलेन आस्सुचॆ  श्री काशीमठ वॆंकटरमण मंदिररांतु डिसॆंबर् २३, २०१२ आय्तवारु "वैकुंठ एकादशि" आचरण करताति. त्या दिवसु सक्काणि पूडॆ ६ गंट्याचान रात्तिचॆ ९ गंट्या पर्यंत श्री देवालॆ दर्शनाक अवकाश आस्स. त्या दिवसु भजन, भक्ति संगीत, स्तोत्र पठण, श्री विष्णु सहस्रनाम पठण इत्यादि विशेष सेवा चॊलचॆ आस्स. भक्त लोकानि त्या दिवसु देवालॆ दर्शन कोर्नु हरि कृपेक पात्र जाव्येत.
-Sचिटिजesh एचिmचिणh, m: ९८८६९१४७४८

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