ಮಂಗಳವಾರ, ಜುಲೈ 24, 2012

Saraswati Prabha Mangalore News D.Lipi

मंग्ळूरांतु श्री काशीमठ संस्थान देवर पुनर्‌प्रतिष्ठॆ
वाराणसि श्री काशीमठ संस्थानांचॆ आराध्य देवु श्री व्यास रघुपति देवालॆ समेत मूल विग्रह पुनर् प्रतिष्ठॆ मंगळूराचॆ श्री वॆंकटरमण देवळांतु श्री काशी मठाधीश श्रीमत् सुधींद्र तीर्थ स्वामीजि तांगेलॆ हस्तानि ता. १३-०६-२०१२ दिवसु सक्काणि विजृंभणेरि घडलॆ. प।पू। स्वाम्यांगॆलॆ पट्टशिष्य श्रीमत् संयमींद्र तीर्थ स्वामीजि तान्नि पूर्वभावि धार्मिक विधिविधान चलैलींति.  श्री काशीमठाचॆ इतिहासांतु पयलॆ पंता घडिलॆ हे पुनर्‌प्रतिष्ठा महोत्सवाक देश-विदेशाचान अपार जि.ऎस्.बि. बांदव यव्नु जम्मिलॆ. तांगॆलॆ जयघोषा मध्यॆ हे विजृंभणेचॆ समारंभ घडलॆ. तॆं दीसु सक्काणिपूडॆ ५.३०गंट्या दाकूनु धार्मिक विधिविधान सुरुवात जाल्लॆ. पंचामृत अभिषेक, १०८ आवर्तन, पवमान कलशाभिषेक, ऋक्‌संहिता कलशाभिषेक, गंगादि सप्ततीर्थ अभिषेक, यज्ञाचॆ  पूर्णाहुति आदि कार्यक्रम चल्लॆ. देवाक अलंकार, नैवेद्याचॆ उपरांत महूर्त निरीक्षण कॆलेलॆ श्रीमत् सुधींद्रतीर्थ स्वामॆं तान्नि प्रसन्न पूजा  कॆल्लिंति. मागिरि महोत्सव समिति अध्यक्ष तश्शीचि श्री देवळाचॆ आडळित मॊक्तेसर श्री सि.ऎल्. शॆणै तांका समाजाचॆ प्रसाद दीव्नु आशीर्वाद कॆल्लिंति. मागिरि जमिलॆ भक्त-बांधवानि संस्थानाचॆ श्री देवाक पट्टकाणिका समर्पण कोर्नु प।पू। स्वाम्या ताकूनु प्रसाद स्वीकार कॆल्लॆ. धोंपारा प।पू। स्वाम्या ताकूनु देवाक सर्वालंकार पूजा चल्लॆ.
श्री मठाचॆ आनि धार्मिक परंपरॆ प्रमाण चलेलॆ हे अपूर्व कार्यक्रमांतु श्री काशीमठाचॆ अपार भक्त-बांदवानि वांटॊ घॆत्तिलॆ. देवळाचॆ आवार, राजांगण, हॊरांगण, रथबीदिचॆ आवारांतु पंच्वीसा पशि च्हड सि.सि. टि.वि. दवर्लिलॆ. श्री काशीमठाचॆ वॆब्‌सैट् मूखांतर नेरप्रसार, स्थळीय केबल् जालांतू चलेलॆ नेरप्रसारा मूखांतर आस्तिक भक्त हे  संभ्रम वीक्षण कॆल्लिंति. त्या दिवसु वॆब्‌सैटांतु चलेलॆ नेरप्रसार सुमार साडि सात- आठ लाक् लोकानि वीक्षण कॆल्या. देवळांतु भजना सप्तचॆ अंगजाव्नु अखंड भजन,  सांज्वाळा राजांUणांतु दॊन्नी स्वाम्यांगॆलॆ दिव्य उपस्थितिरि सभा  कार्यक्रम आनि आशीर्वचन चल्लॆ.
हाज्ज पयलॆ ता. २४-०५-२०१२ ताकूनु हे संबंध धार्मिक कार्यक्रम, व्यास रथयात्रा चलेलॆ. भट्कळचान सुरुवात जालेलॆ हे रथयात्रा उडुपि, उप्पिनंगडि, कापु, बॆळ्तंगडि, कार्कळ, मूडबिद्रॆ, कोट, मूल्कि, सास्तान, कुंदापुर, सिद्दापूर, कोटेश्वर, कासरगोड, गुरुपुर, बंट्वाळ, पुत्तूरु समेत ताज्ज लाग्गि आस्सुचॆ गांवांतु बॊव्नु १२-०६-२०१२क मंगळूराक यव्नु पाव्लि. हाज्ज बरशि ता. २४-०५-२०१२ ताकूनु ८-०६-२०१२ पर्यंत चलेलॆ परिहार धार्मिक कार्यक्रमांतु महाप्रार्थन, गायत्रि जपु आनि हवन, अष्टोत्तर शत नारीकेळ गणयाग, नवचंडिका हवन, दुर्गानमस्कार, नवग्रह जप आनि हवन, महासुदर्शन जप हवन, धन्वंतरि जपहवन, अष्टौमहामंत्र जपानुष्ठान, महाविष्णु याग, ऋक्संहिता याग, दंपति पूजा, ब्रह्मगायत्रि जप हवन इत्यादि विधिविधान चल्लॆ. आनि ता. ९-६-२०१२ ताकूनु १३-०६-२०१२ पर्यंत चलेलॆ श्री काशीमठ संस्थानाचॆ श्री विग्रहाचॆ पुनःप्रतिष्ठा कार्यक्रम संबंध श्री व्यासरघुपति नरसिंहादि देवालॆ आधिवास पूजा, बिंबशुद्धि पुरःस्सर द्वादश कलशाभीषेक, सानिध्य हवन, श्री व्यासरघुपति नरसिंह हनुमंत देवालॆ मूलमंत्रादि जपानुष्ठान, भजना सप्तारंभ, प्रति दिवसु त्रैकालिक आराधन स्तोत्रपाठ, श्री व्यासरघुपति देवाक पंचविंशति कलशाभिषेक, देवाक विशेष पंचामृताभिषेक, एकोत्तर शतकलशाभिषेक, लघुविष्णु हवन, विशेष नवग्रह हवन, प।पू। श्रीमद् सुधींद्र तीर्थ स्वाम्यांगॆलॆ दिव्य करकमलानि श्री व्यासरघुपति नरसिंह देवालॆ पुनः प्रतिष्ठा. इत्यादि धार्मिक विधि चल्लॆ. ताज्ज उपरांत १४-०६-१२ ताकूनु १६-०६-१२ पर्यंत श्रीमद् भागवत, श्रीमद् वाल्मीकीरामायण पारायण, संकीर्तन सप्ताचॆ नगर भजना कार्यक्रम, संकीर्तन सप्ताचॆ मंगल आदि कार्यक्रम चलेलॆ खब्बर मॆळ्ळा.
पोटो : मंजु नीरेश्वाल्य.
वरदि ऎं. गणेश कामत्, मूडुबिदिरॆ.

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