बंट्वाळांतु “नांकुटालॆ लग्न कृति उग्तावण
बंट्वाळाचॆ ख्यात नाटककार दि॥ कॆ. अनंत कामत्(अनंत मास्तर) हान्नि बरॆयिलॆ कर्नाटक कॊंकणि साहित्य अकाडॆमिचान प्रकट कॆलीलॆ “नांकुटालॆ लग्न आनि इतर नाटक कृति लोकार्पण समारंभ आल्तांतु बंट्वाळांतु वटपुर रंगभूमि तान्नि आयोजन कॆलीलॆ. हे वेळ्यारि उलैलॆ कॊंकणि साहित्य अकाडॆमिचॆ माजि अध्यक्ष श्री कासरगोडु चिन्ना तान्नि “बंट्वाळ कॊंकणिगालॆ सांस्कृतिक राजधानि, हांगा आन्निकॆ इत्लॆ सांस्कृतिक आनि साहित्यिक चटुवटिका चोल्का म्हळ्ळिंति. समारंभाचॆ अध्यक्षता श्री तिरुमल वॆंकटरमण देवळाचॆ आडळित मॊक्तेसर श्री ऎम्. लक्ष्मण कामत् तान्नि घॆत्तिलॆ. मुखेल सॊयरॆ जाव्नु आय्यिलॆ साहित्य अकाडॆमिचॆ रिजिस्ट्रार् डा॥ देवदास पै तान्नि उलोव्नु “अकाडॆमिंतु बरपूर दुड्वा व्यवस्थॆ आस्सुनु कॊंकणिगानि बरॆयिलॆ पुस्तक पॆटोव्नु दिलयारि प्रकट कॊरचॆ भर्वस दिल्लि. सभॆंतु दि। अनंत कामत् हांगॆलॆ पूत जालेलॆ श्री कॆ. नरसिंह कामत् आनि श्री कॆ. जगदीश कामत् उपस्थित उरलीलॆ. श्री पि. नारायण कामत् तान्नि प्रस्तावन कॆलयारि, कृति संपादक श्री मधुकर मल्य तान्नि कृति खात्तिरि उलैलॆ. वटपुर रंगभूंय्चॆ श्री आनंद भट्ट तान्नि येव्कार कॆल्लि, श्री प्रवीण नायक तान्नि कार्यक्रमाचॆ निरूपण कॆल्लि. श्री विनायक पै तान्नि आबार मानलॆ. दि॥ अनंत कामत् हान्नि बरॆयिलॆ नाटकांचॆ रंगगीता कार्यक्रम श्री पि. वसंत प्रभु, श्री बि. जगदीश पै आनि श्री प्रवीण नायक् हांगॆलॆ नेतृत्वारि चल्लॆ.
सालिग्राम गणेश शॆणैंक सन्मानु
कलाकुंच सांस्कृतिक संघटन आनि यक्षरंगाचॆ संस्थापक सालिग्राम गणेश शॆणैंक आल्तांतु दावणगॆरॆ स्नेह बळगाचॆ तरपेन हार्दिक सन्मानु
चल्लॊ.
स्नेहबळगाचॆ
आश्रयारि
चलेलॆ “श्रावण संगीत संभ्रम गीत गायन तरबेति शिबिराचॆ समारोप समारंभांतु तांका हे गौरवार्पण कॆल्लॆ. हे संदर्भारि बॆंगळूरु दूरदर्शनाचॆ डा॥ महेश् जोशि, म्हाल्गडि गायकि डा॥ बि.कॆ. सुमित्र, स्नेह बळगाचॆ पदाधिकारि लोक, गांव्चॆ गण्य लोक उपस्थित आश्शिलॆ.
चित्र, वरदि : श्रीमति ज्योति गणेश शॆणै
बंट्वाळाचॆ ख्यात नाटककार दि॥ कॆ. अनंत कामत्(अनंत मास्तर) हान्नि बरॆयिलॆ कर्नाटक कॊंकणि साहित्य अकाडॆमिचान प्रकट कॆलीलॆ “नांकुटालॆ लग्न आनि इतर नाटक कृति लोकार्पण समारंभ आल्तांतु बंट्वाळांतु वटपुर रंगभूमि तान्नि आयोजन कॆलीलॆ. हे वेळ्यारि उलैलॆ कॊंकणि साहित्य अकाडॆमिचॆ माजि अध्यक्ष श्री कासरगोडु चिन्ना तान्नि “बंट्वाळ कॊंकणिगालॆ सांस्कृतिक राजधानि, हांगा आन्निकॆ इत्लॆ सांस्कृतिक आनि साहित्यिक चटुवटिका चोल्का म्हळ्ळिंति. समारंभाचॆ अध्यक्षता श्री तिरुमल वॆंकटरमण देवळाचॆ आडळित मॊक्तेसर श्री ऎम्. लक्ष्मण कामत् तान्नि घॆत्तिलॆ. मुखेल सॊयरॆ जाव्नु आय्यिलॆ साहित्य अकाडॆमिचॆ रिजिस्ट्रार् डा॥ देवदास पै तान्नि उलोव्नु “अकाडॆमिंतु बरपूर दुड्वा व्यवस्थॆ आस्सुनु कॊंकणिगानि बरॆयिलॆ पुस्तक पॆटोव्नु दिलयारि प्रकट कॊरचॆ भर्वस दिल्लि. सभॆंतु दि। अनंत कामत् हांगॆलॆ पूत जालेलॆ श्री कॆ. नरसिंह कामत् आनि श्री कॆ. जगदीश कामत् उपस्थित उरलीलॆ. श्री पि. नारायण कामत् तान्नि प्रस्तावन कॆलयारि, कृति संपादक श्री मधुकर मल्य तान्नि कृति खात्तिरि उलैलॆ. वटपुर रंगभूंय्चॆ श्री आनंद भट्ट तान्नि येव्कार कॆल्लि, श्री प्रवीण नायक तान्नि कार्यक्रमाचॆ निरूपण कॆल्लि. श्री विनायक पै तान्नि आबार मानलॆ. दि॥ अनंत कामत् हान्नि बरॆयिलॆ नाटकांचॆ रंगगीता कार्यक्रम श्री पि. वसंत प्रभु, श्री बि. जगदीश पै आनि श्री प्रवीण नायक् हांगॆलॆ नेतृत्वारि चल्लॆ.
सालिग्राम गणेश शॆणैंक सन्मानु
कलाकुंच सांस्कृतिक संघटन आनि यक्षरंगाचॆ संस्थापक सालिग्राम गणेश शॆणैंक आल्तांतु दावणगॆरॆ स्नेह बळगाचॆ तरपेन हार्दिक सन्मानु
चल्लॊ.
स्नेहबळगाचॆ
आश्रयारि
चलेलॆ “श्रावण संगीत संभ्रम गीत गायन तरबेति शिबिराचॆ समारोप समारंभांतु तांका हे गौरवार्पण कॆल्लॆ. हे संदर्भारि बॆंगळूरु दूरदर्शनाचॆ डा॥ महेश् जोशि, म्हाल्गडि गायकि डा॥ बि.कॆ. सुमित्र, स्नेह बळगाचॆ पदाधिकारि लोक, गांव्चॆ गण्य लोक उपस्थित आश्शिलॆ.
चित्र, वरदि : श्रीमति ज्योति गणेश शॆणै
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